Independence Day 2025: GST में सुधार से लेकर युवाओं को रोजगार तक, स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने की ये बड़ी घोषणाएं

स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए विकास, सुरक्षा, तकनीकी आत्मनिर्भरता और युवाओं के भविष्य को लेकर कई अहम घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि आजादी का यह पर्व 140 करोड़ भारतीयों के संकल्प का प्रतीक है और हर नागरिक को इसमें सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।
युवाओं के लिए ‘प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना’
पीएम मोदी ने युवाओं को बड़ी सौगात देते हुए घोषणा की कि 1 लाख करोड़ रुपये की लागत से ‘प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना’ आज से लागू हो रही है। इस योजना के तहत, निजी क्षेत्र में पहली नौकरी पाने वाले युवाओं को सरकार की ओर से 15,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। यह पहली बार है जब निजी क्षेत्र में कार्यरत युवाओं को सीधे आर्थिक लाभ मिलेगा।
ऊर्जा और तकनीक में आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम
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ऊर्जा आत्मनिर्भरता: बीते 11 वर्षों में सौर ऊर्जा उत्पादन 30 गुना बढ़ा है। हाइड्रोपावर और ग्रीन हाइड्रोजन में बड़े निवेश के साथ 10 नए परमाणु रिएक्टर चालू किए गए हैं। लक्ष्य है कि 2047 तक न्यूक्लियर क्षमता 10 गुना बढ़ाई जाए।
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क्रिटिकल मिनरल मिशन: रक्षा, तकनीक और स्वास्थ्य क्षेत्र में जरूरी खनिजों की खोज के लिए 1,200 से अधिक स्थलों पर अभियान जारी है।
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भारत का अपना स्पेस स्टेशन: पीएम मोदी ने घोषणा की कि 2047 तक भारत का अपना स्पेस स्टेशन होगा और देश में मेड-इन-इंडिया जेट इंजन का निर्माण किया जाएगा।
राष्ट्रीय सुरक्षा और सैन्य अभियान
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ऑपरेशन सिंदूर: प्रधानमंत्री ने हालिया सैन्य कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि सेना को पूरी स्वतंत्रता दी गई थी, जिसके तहत दुश्मन के इलाके में जाकर आतंकी ठिकाने तबाह किए गए।
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मिशन सुदर्शन चक्र: युद्ध तकनीक में विस्तार और सुरक्षा प्रणाली को और मजबूत बनाने का संकल्प लिया गया।
अर्थव्यवस्था और सुधार
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जीएसटी सुधार: इस दिवाली ‘नेक्स्ट जेनरेशन जीएसटी रिफॉर्म’ लागू होंगे, जिनसे MSME सेक्टर को विशेष लाभ मिलेगा।
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मजबूत अर्थव्यवस्था: महंगाई नियंत्रण में है, विदेशी मुद्रा भंडार मजबूत है और वैश्विक एजेंसियां भारत की अर्थव्यवस्था की सराहना कर रही हैं।
कृषि, उद्योग और विकास योजनाएं
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फर्टिलाइजर में आत्मनिर्भरता: उद्योग जगत और युवाओं से देश में ही उर्वरक बनाने का आह्वान किया।
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पिछड़े क्षेत्रों का विकास: पूर्वी भारत सहित पिछड़े जिलों और ब्लॉकों के लिए विशेष योजनाएं शुरू होंगी।
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सिंधु समझौता: भारत अपने हिस्से का पानी किसानों के हित में इस्तेमाल करेगा और ‘खून और पानी’ एक साथ बहने नहीं देगा।
अन्य प्रमुख संदेश
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भाषाओं का विकास: सभी भारतीय भाषाओं को प्रोत्साहन और ज्ञान-विज्ञान में योगदान पर जोर।
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मोटापे पर चेतावनी: बढ़ते मोटापे को गंभीर खतरा बताते हुए तेल के इस्तेमाल में 10% कमी का सुझाव।
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क्लीन एनर्जी उपलब्धि: 2030 का नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य 2025 में ही पूरा करने का दावा।
यह संबोधन न केवल सरकार की प्राथमिकताओं और उपलब्धियों का खाका पेश करता है, बल्कि आने वाले वर्षों में भारत के विकास की दिशा भी स्पष्ट करता है।