सावधान! क्या आपके स्मार्टफोन में भी हैं Candy Crush Saga और Tinder? रिपोर्ट में हुआ चौंकाने वाला खुलासा

Candy Crush Saga & Tinder App : स्मार्टफोन की खासियत उनकी बड़ी ऐप और गेम लाइब्रेरी है, लेकिन यही ऐप्स आपकी प्राइवेसी के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं। 404 मीडिया की 9 जनवरी को प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, लोकेशन डेटा ब्रोकिंग कंपनी Gravy Analytics में डेटा लीक का मामला सामने आया है। रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि कुछ लोकप्रिय ऐप्स उपयोगकर्ताओं की रीयल-टाइम लोकेशन को ट्रैक कर रहे हैं।
लीक हो रहा डेटा और ऐप्स का उल्लेख
हालांकि इस लीक की पूरी जानकारी अभी सामने नहीं आई है, लेकिन हैकर द्वारा जारी किए गए सैंपल डेटा में Candy Crush Saga और Tinder जैसे लोकप्रिय ऐप्स का नाम शामिल है। रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रेवी एनालिटिक्स के Amazon Cloud सर्वर से हैकर ने कई टेराबाइट्स डेटा चुरा लिया। यह डेटा कंपनी के उपभोक्ता लोकेशन संग्रह का हिस्सा था।

FTC की कार्रवाई और सुरक्षा पर सवाल
यह मामला तब उजागर हुआ जब Federal Trade Commission (FTC) ने ग्रेवी एनालिटिक्स और उसकी सहायक कंपनी Venntel पर उपयोगकर्ताओं की सहमति के बिना लोकेशन डेटा बेचने पर प्रतिबंध लगाया। लीक हुए डेटा में 3 करोड़ से अधिक लोकेशन पॉइंट्स की जानकारी शामिल है, जिसमें White House, Kremlin, Vatican City और सैन्य ठिकानों के विवरण भी हैं।
Data Brokers कैसे करते हैं काम?
Gravy Analytics जैसी कंपनियां ऐप्स से सीधे डेटा इकट्ठा नहीं करतीं। वे विज्ञापन एजेंसियों के जरिए या खुद को विज्ञापन एजेंसी बनाकर एंड्रॉइड और आईओएस डिवाइसों से डेटा प्राप्त करती हैं। यह डेटा उपयोगकर्ता की लोकेशन और अन्य व्यक्तिगत जानकारी पर आधारित होता है।

प्राइवेसी की सुरक्षा के लिए क्या करें?
यदि आपका डेटा पहले ही लीक हो चुका है, तो उसे वापस लाना संभव नहीं है। हालांकि, भविष्य में डेटा की सुरक्षा के लिए निम्न उपाय अपनाए जा सकते हैं:
- अनावश्यक अनुमतियां बंद करें: ऐप इंस्टॉल करते समय केवल आवश्यक अनुमतियां दें।
- iPhone उपयोगकर्ताओं के लिए: “Ask Apps Not to Track” फीचर का हमेशा उपयोग करें।
- लोकेशन एक्सेस प्रबंधन: ऐप्स को केवल जरूरत के समय लोकेशन एक्सेस दें।
- फायरवॉल ऐप्स का उपयोग: जो अनावश्यक डेटा एक्सेस को ब्लॉक कर सके।

डेटा लीक की घटनाएं हमारी डिजिटल प्राइवेसी के लिए गंभीर खतरा हैं। ऐसे में अपनी व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखना अब पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गया है। सावधानी और तकनीकी जागरूकता ही इसका समाधान है।
