सिलबट्टे से सिर कूंचा, आरी से किए शव के टुकड़े-टुकड़े...इंजीनियर बेटे ने बेरहमी से मां-बाप को उतारा मौत के घाट

पढ़ाई-लिखाई से नौकरी तक, फिर बिगड़े रिश्ते
बताया गया कि अम्बेश कुमार बीटेक करने के बाद कोलकाता में क्वालिटी इंजीनियर के रूप में काम करता था। उसे करीब 25 हजार रुपये मासिक वेतन मिलता था। कोलकाता में ही उसकी पहचान एक ब्यूटी पार्लर संचालिका से हुई और दोनों के बीच प्रेम संबंध बन गए। लॉकडाउन के दौरान दोनों ने प्रेम विवाह कर लिया। उनके दो छोटे बच्चे भी हैं।
परिवार के लोगों के अनुसार, दूसरे संप्रदाय में शादी को लेकर घर में लगातार तनाव बना रहता था। शादी के बाद अम्बेश का व्यवहार अपने माता-पिता और परिवार के प्रति पूरी तरह बदल गया। जब भी वह गांव आता, रुपये और संपत्ति को लेकर विवाद करता था।
8 दिसंबर की रात रची गई खौफनाक साजिश
पुलिस जांच में सामने आया कि 8 दिसंबर की रात अम्बेश ने सिलबट्टे से हमला कर अपनी मां बबिता (60) और पिता श्यामलाल (62) की हत्या कर दी। इसके बाद उसने शवों को आरी से काटकर कई टुकड़ों में बांटा। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि आरी से काटते समय माता-पिता चीख रहे थे। पिता की चीखें रोकने के लिए उसने रस्सी से गला कस दिया।
सबूत मिटाने के लिए नदियों में फेंके शव
हत्या के बाद आरोपी ने शवों के टुकड़ों को प्लास्टिक की बोरियों में भरकर अलग-अलग स्थानों पर सई और गोमती नदी में फेंक दिया। इसके बाद वह सामान्य व्यवहार करता रहा और माता-पिता के लापता होने का नाटक करता रहा।
शक के घेरे में आया तो खुला राज
उधर, आरोपी की बहन ने माता-पिता और भाई की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस की जांच में जब यह सामने आया कि अम्बेश घटना के बाद अलग-अलग जगहों पर घूम रहा था और कोलकाता भागने की तैयारी में था, तो शक गहरा गया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने पूरा जुर्म कबूल कर लिया।
गांव में दहशत
इस दिल दहला देने वाली घटना से गांव और आसपास के इलाके में दहशत का माहौल है। जिसने भी यह कहानी सुनी, वह सिहर उठा। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।
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