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इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन के नाम पर 10 लाख की ठगी, सोशल मीडिया पर विज्ञापन के जरिए लोगों को बनाता था शिकार

Arrest

पुणे के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला दिलाने के नाम पर 10 लाख रुपये की ठगी करने वाले एक साइबर ठग को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम और फेसबुक पर फर्जी विज्ञापन डालकर छात्रों और अभिभावकों को अपने जाल में फंसाता था। पुलिस ने उसके पास से ठगी की रकम, कई कॉलेजों के फर्जी एडमिशन फॉर्म, बैंक पासबुक और चेकबुक बरामद की हैं। वहीं, आरोपी के अन्य साथियों की तलाश जारी है।

म्योरपुर थाना क्षेत्र के देवरी गांव निवासी ज्ञान प्रकाश ने 6 अक्टूबर को साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि वे अपने बेटे को इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला दिलाना चाहते थे। इसी दौरान सोशल मीडिया पर उन्हें एक विज्ञापन दिखाई दिया, जिसमें प्रतिष्ठित कॉलेज में मैनेजमेंट और एनआरआई कोटा से सीधे एडमिशन का दावा किया गया था।

विज्ञापन में दिए गए नंबर पर संपर्क करने पर आरोपी ने एडमिशन फॉर्म और कुछ दस्तावेज भेजे तथा दो किश्तों में कुल 10 लाख रुपये जमा करा लिए। पैसे लेने के बाद आरोपी ने फोन बंद कर दिया। ठगी का एहसास होने पर पीड़ित ने पुलिस से शिकायत की।

एसपी अभिषेक वर्मा के निर्देश पर साइबर थाना प्रभारी सदानंद राय की टीम ने तकनीकी साक्ष्यों और डिजिटल ट्रेसिंग के जरिए आरोपी रवि मोहन सिंह राठौरा को पुणे के कोथरुड इलाके से गिरफ्तार किया। वह राजस्थान के कोटा जिले के विज्ञान नगर का रहने वाला है।

पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि आरोपी से बरामद रकम पीड़ित को वापस करा दी गई है। पूछताछ में सामने आया कि वह सोशल मीडिया पर फर्जी विज्ञापन डालकर लोगों को कॉलेज में एडमिशन का झांसा देता था। पैसे मिलने के बाद मोबाइल नंबर बंद कर फरार हो जाता था।

पुलिस को आरोपी के पास से कई कॉलेजों के फर्जी फॉर्म, बैंक पासबुक और अन्य दस्तावेज मिले हैं। जांच में यह भी सामने आया है कि उसके गिरोह में और भी लोग शामिल हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि अब तक उसने कितने लोगों से ठगी की है।