Bihar Chunav 2025 : जीतन राम मांझी की NDA से 'नाराजगी' पर तेजस्वी यादव का बड़ा बयान, बोले- कौन नाराज है इससे हमें फर्क...

उन्होंने आगे कहा कि इस बार राज्य की जनता परिवर्तन चाहती है, और आने वाले चुनाव में लोग एकजुट होकर इस सरकार को बदलने का काम करेंगे। “जनता नई सरकार, नया बिहार चाहती है,” तेजस्वी ने जोड़ा।
मांझी का इशारा: दिनकर की कविता में छिपा संदेश
इधर, एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर जीतन राम मांझी के एक एक्स (Twitter) पोस्ट ने सियासी हलचल तेज कर दी है। उन्होंने रामधारी सिंह दिनकर की प्रसिद्ध कविता ‘कृष्ण की चेतावनी’ की पंक्तियों का इस्तेमाल करते हुए लिखा, हो न्याय अगर तो आधा दो, यदि उसमें भी कोई बाधा हो, तो दे दो केवल 15 ग्राम,रखो अपनी धरती तमाम, HAM वही ख़ुशी से खाएंगें, परिजन पे असी ना उठाएंगे।”
इस पोस्ट को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि मांझी ने एनडीए के भीतर सीट शेयरिंग को लेकर अपना असंतोष जाहिर किया है।
"हम चुनाव नहीं लड़ेंगे अगर सम्मान नहीं मिला– मांझी
सीट बंटवारे पर सवाल पूछे जाने पर मांझी ने कहा, “हमने दो विकल्प दिए हैं। अगर हमें 15 सीटें नहीं मिलती हैं, तो फिर हम केवल निबंधित पार्टी बनकर क्या करेंगे? ऐसे में हम चुनाव नहीं लड़ेंगे।” उन्होंने आगे कहा, “हम नरेंद्र मोदी के चहेते हैं, उनके अनुयायी हैं। जो भी उनका इशारा होगा, हम उसके लिए रात-दिन एक कर देंगे। लेकिन हमें सम्मान मिलना चाहिए।”
मांझी ने यह भी शिकायत की कि उनकी पार्टी को मान्यता प्राप्त दल न होने के कारण कई बार उपेक्षा का सामना करना पड़ता है। “अभी मतदाता सूची के वितरण में हमारे कार्यकर्ताओं को सूची नहीं दी गई। यह क्या अपमान नहीं है?” उन्होंने सवाल उठाया।