कहीं होता है नेशनल हॉलिडे, तो कहीं सुनाए जाते हैं फर्जी न्यूज, इन देशों में अनोखा है ‘April Fool Day’ मनाने का अंदाज

April Fool Day : हर साल 1 अप्रैल को दुनियाभर के कई देशों में अप्रैल फूल डे (April Fool Day) मनाया जाता है। इस दिन लोग अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और करीबी लोगों के साथ मज़ाक करते हैं और उन्हें बेवकूफ बनाकर हंसी-मज़ाक का माहौल बनाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अलग-अलग देशों में इसे अनोखे अंदाज में मनाया जाता है? चलिए, जानते हैं इस दिन के पीछे की दिलचस्प कहानी और विभिन्न देशों में इसे मनाने के अलग-अलग तरीके।
April Fool Day :अप्रैल फूल डे की शुरुआत कैसे हुई?
अप्रैल फूल डे (April Fool Day) की उत्पत्ति को लेकर अलग-अलग कहानियां हैं, लेकिन माना जाता है कि इसकी शुरुआत यूरोप में मध्य युग के दौरान हुई थी। यह दिन अमेरिका, कनाडा, फ्रांस और भारत सहित दुनिया के कई देशों में धूमधाम से मनाया जाता है।
इतिहास में दर्ज सबसे पहले अप्रैल फूल प्रैंक की बात करें तो 1698 में लंदन में लोगों को टॉवर ऑफ लंदन पर शेरों को नहलाने का तमाशा देखने के लिए बुलाया गया था, जो कि एक झूठी घोषणा थी। तब से लेकर आज तक, इस दिन लोगों के साथ मज़ाक करने की परंपरा चली आ रही है।
दुनिया में कैसे मनाया जाता है अप्रैल फूल डे?
🔹 स्कॉटलैंड: यहाँ इस दिन को दो दिन तक मनाने की परंपरा है। पहली अप्रैल को मज़ाक किया जाता है और दूसरी अप्रैल को "टेली डे" के रूप में मनाया जाता है, जहां लोगों के पीठ पर मज़ाकिया संदेश चिपकाए जाते हैं।
🔹 ईरान: यहाँ फारसी नव वर्ष के 13वें दिन (मार्च के अंत या अप्रैल की शुरुआत में) इसे सिज़दा बेदार के रूप में मनाते हैं। इस दिन लोग बाहर घूमते हैं और एक-दूसरे के साथ प्रैंक करते हैं।
🔹 स्पेन और लैटिन अमेरिका: यहाँ "Día de los Santos Inocentes" यानी पवित्र मासूमों का दिन मनाया जाता है। यह क्रिसमस के बाद दिसंबर में होता है, लेकिन यह भी अप्रैल फूल की तरह मज़ाक और हंसी-मज़ाक का दिन होता है।
🔹 अमेरिका: यहाँ न्यूज चैनल और रेडियो पर नकली खबरें चलाई जाती हैं, जैसे फर्जी लॉटरी टिकट, झूठे विज्ञापन और मज़ाकिया घोषणाएं।
🔹 ग्रीस: यहाँ अप्रैल फूल प्रैंक को सौभाग्य से जोड़ा जाता है। माना जाता है कि अगर कोई इस दिन किसी के साथ सफलतापूर्वक मज़ाक करता है, तो उसके लिए साल भर खुशियां और सफलता बनी रहती है।
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