Jaunpur: चिकित्सा और स्वचालित वाहन क्षेत्र में क्रांति लाएंगे कंप्यूटर विजन मॉडल्स- मेटा वैज्ञानिक डॉ. सविनय नागेन्द्र

जौनपुर। तकनीकी शिक्षा और अनुसंधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग, जौनपुर द्वारा कंप्यूटर दृष्टि (Computer Vision) के क्षेत्र में एक उच्च स्तरीय आमंत्रित व्याख्यान का आयोजन ऑनलाइन माध्यम से किया गया। इस ज्ञानवर्धक सत्र का विषय था- "डाउनस्ट्रीम कार्यों के लिए बड़े आधारभूत विजन मॉडल्स की शून्य-प्रशिक्षण विभाजन क्षमताओं का कुशलतापूर्वक उपयोग विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए"।
इस अवसर पर अमेरिका के कैलिफोर्निया स्थित मेटा कंपनी से जुड़े वरिष्ठ अनुसंधान वैज्ञानिक डॉ. सविनय नागेन्द्र ने मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित किया। डॉ. नागेन्द्र ने कंप्यूटर विज़न के क्षेत्र में हो रहे नए तकनीकी परिवर्तनों और शोध कार्यों की जानकारी साझा की।
मशीन दृष्टि के नए युग की शुरुआत
डॉ. नागेन्द्र ने बताया कि बड़े विजन मॉडल्स बिना किसी विशेष प्रशिक्षण डेटा के नई छवियों को पहचानने और वर्गीकृत करने में सक्षम होते हैं। यह तकनीक विशेष रूप से उन क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है, जहां हर नए डेटा के लिए प्रशिक्षण देना कठिन होता है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि ये तकनीकें चिकित्सा छवि विश्लेषण (Medical Image Analysis), स्मार्ट निगरानी प्रणाली (Smart Surveillance Systems) और स्वचालित वाहन (Autonomous Vehicles) जैसे क्षेत्रों में उपयोगी सिद्ध हो रही हैं। ये मॉडल्स डॉक्टरों को अधिक सटीक और तेज़ी से रोगों का पता लगाने में मदद कर सकते हैं, वहीं निगरानी तंत्र को अधिक बुद्धिमान और स्वतः निर्णय लेने योग्य बनाया जा सकता है।
शून्य-प्रशिक्षण तकनीक का विस्तार
डॉ. नागेन्द्र ने अपने व्याख्यान में Zero-shot learning (शून्य-प्रयास तकनीक) की विशेषता पर विशेष जोर दिया। उन्होंने समझाया कि ये तकनीकें पहले से सीखी गई जानकारी के आधार पर नई और अपरिचित परिस्थितियों में भी कुशल निर्णय लेने में सक्षम होती हैं। इसका सीधा लाभ मशीन दृष्टि प्रणालियों की लचीलापन (Flexibility) और दक्षता (Efficiency) में बढ़ोत्तरी के रूप में देखा जा सकता है।
तकनीकी संस्थानों के लिए प्रेरणास्पद सत्र
इस कार्यक्रम के संयोजक प्रो. रवि प्रकाश, विभागाध्यक्ष, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. ज्योति प्रशांत सिंह ने किया। इस व्याख्यान में कंप्यूटर विज्ञान एवं अभियांत्रिकी विभागाध्यक्ष डॉ. विक्रांत भटेजा, इलेक्ट्रॉनिक्स तथा कंप्यूटर इंजीनियरिंग विभागों के सभी शिक्षकगण एवं विद्यार्थी ऑनलाइन माध्यम से बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
शोध एवं नवाचार की दिशा में एक मजबूत कदम
यह व्याख्यान न केवल छात्रों के लिए एक शैक्षणिक अनुभव था, बल्कि तकनीकी शोध के नए द्वार भी खोलने वाला रहा। प्रौद्योगिकी के तीव्र गति से हो रहे विकास के बीच ऐसे सत्र भविष्य के इंजीनियरों और शोधकर्ताओं के लिए दृष्टिकोण को व्यापक बनाने का कार्य करते हैं।
.webp)
