Jaunpur : पीयू कैंपस में शराब की बोतलें मिलने पर फूटा छात्रों का गुस्सा, मुख्य गेट बंद कर दिया धरना

Jaunpur : वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय (पीयू) परिसर में सोमवार दोपहर हंगामा खड़ा हो गया। छात्रों का गुस्सा उस वक्त भड़क गया जब मुक्तांग परिसर में शराब और बियर की खाली बोतलें पड़ी मिलीं। सुबह करीब 11 बजे वहां पहुंचे छात्रों ने इस नजारे को देख कड़ा विरोध जताया। उनका कहना था कि विश्वविद्यालय में नशा मुक्ति अभियान केवल दिखावा है, क्योंकि कैंपस में शराब की बोतलें मिलना इस अभियान की नाकामी को दर्शाता है।

छात्रों के आरोप
छात्रों ने आरोप लगाया कि रविवार देर रात विश्वविद्यालय के कुछ शिक्षक और कर्मचारियों ने मुक्तांग परिसर में पार्टी की थी और उसके बाद शराब-बियर की बोतलें वहीं छोड़ दी गईं। उन्होंने कहा कि यह जगह पवित्र है, क्योंकि यहां मंदिर और पीपल का पेड़ है और अक्सर परीक्षार्थी व उनके परिजन बैठते हैं। ऐसे स्थल पर इस तरह की गतिविधियां अस्वीकार्य हैं।
धरना और गेट जाम
शराब की बोतलें मिलने के बाद छात्रों ने पहले मुक्तांग परिसर में ही धरना शुरू कर दिया। देखते ही देखते दोपहर 12 बजे तक बड़ी संख्या में छात्र इकट्ठा हो गए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। आरोप है कि मौके पर पहुंचे चीफ प्रॉक्टर ने छात्रों से मिलने से इनकार कर दिया। इस पर गुस्साए छात्रों ने विश्वविद्यालय का मुख्य गेट बंद कर दिया और वहीं धरने पर बैठ गए।

चीफ प्रॉक्टर के खिलाफ छात्रों ने “मुर्दाबाद” और “भगोड़ा है” जैसे नारे भी लगाए। इस दौरान गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों से छात्रों की कहासुनी हो गई। गेट बंद होने से कैंपस का आवागमन बाधित हो गया और कई कर्मचारी व परीक्षार्थी फंस गए।
पुलिस की हस्तक्षेप
छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन केवल कागज़ों पर नशा मुक्ति अभियान चलाता है, जबकि कैंपस में आए दिन नशे से जुड़े मामले सामने आ जाते हैं। उन्होंने दोषियों की पहचान कर कठोर कार्रवाई की मांग की। स्थिति बिगड़ने पर पुलिस मौके पर पहुंची और छात्रों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे और मुख्य गेट पर धरना जारी रखा।
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