आखिर संसद में ऐसा क्या हुआ कि भड़के राहुल गांधी? किस बात पर अमित शाह को दे दिया ओपन डिबेट का चेलैंज

संसद के शीतकालीन सत्र के आठवें दिन लोकसभा में चुनाव सुधार (Election Reforms) पर हुई चर्चा बेहद हंगामेदार रही। मुद्दा गरमाया जब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बीच तीखी बहस छिड़ गई। अमित शाह ने चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि बीजेपी चुनाव सुधार पर चर्चा से भागती नहीं है। विपक्ष SIR पर झूठ फैला रहा है और जनता को गुमराह कर रहा है। इस पर राहुल गांधी भड़क गए और बोले, मैं आपको चैलेंज करता हूं कि आप मेरी वोट चोरी वाली तीनों प्रेस कॉन्फ्रेंस पर चर्चा करें।
अमित शाह ने जवाब दिया, मेरे भाषण का क्रम मैं तय करूंगा, नेता प्रतिपक्ष नहीं। राहुल गांधी ने इसे डरा हुआ और घबराया हुआ जवाब कहा। इस पर शाह बोले, मैं उनके माथे पर चिंता की लकीरें साफ देख रहा हूं। आपकी मुंसिफगिरी इस सदन में नहीं चलेगी।
शाह बोले- राहुल की तीन प्रेस कॉन्फ्रेंस’ का दूंगा जवाब
अमित शाह ने कहा, मैं विपक्ष के नेता की तीनों प्रेस कॉन्फ्रेंस एक सादे वाली, एक एटम बम वाली और एक हाइड्रोजन बम वाली का जवाब दूंगा।
उन्होंने आगे कहा 2014 के बाद विपक्ष की हार शुरू हुई और तब से EVM पर आरोप लगाने लगे। EVM का फैसला 1989 में राजीव गांधी की सरकार ने लिया था, अब उसी पर सवाल उठा रहे हैं। 16 हजार मशीनों में VVPAT मिलान हुआ, एक भी वोट गलत नहीं निकला।”
विपक्षी सरकारों पर हमला
शाह ने आरोप लगाया कि विपक्ष की राज्य सरकारें BLO की मदद नहीं कर रही हैं। इन्हें जो पत्रकार पसंद न आए उसे भाजपा का एजेंट बता देते हैं। उन्होंने कहा कि 2014 से 2025 के बीच NDA ने 3 लोकसभा और 41 विधानसभा चुनाव जीते। विपक्ष 30 जगह जीता। अगर मतदाता सूची गलत है तो इन्होंने शपथ क्यों ली?”
वायनाड और रायबरेली की मतदाता सूची पर भी उठे सवाल
गृहमंत्री ने कहा कि वायनाड और रायबरेली की मतदाता सूची में गलतियां बीजेपी ने बताईं, न कि राहुल गांधी ने इसीलिए SIR किया जा रहा है।
EC पर विपक्षी आरोपों पर सख्त प्रतिक्रिया
शाह ने कहा, स्टालिन, खड़गे, तेजस्वी, अखिलेश, ममता सभी ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाए। EC स्वतंत्र संस्था है। इस पर सवाल उठाकर विपक्ष इसकी छवि धूमिल कर रहा है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि बिहार में हम दो-तिहाई बहुमत से जीते तो किसी ने EC पर आरोप नहीं लगाए, लेकिन जब विपक्ष हारता है तो आयोग, लोकतंत्र सब पर अंगुली उठाते हैं।
सोनिया गांधी से जुड़े विवाद का जिक्र
अमित शाह ने चर्चा के दौरान बताया, एक मामला दिल्ली की सिविल कोर्ट में गया है कि सोनिया गांधी ने भारत की नागरिक बनने से पहले ही वोट दिया था। अब उन्हें कोर्ट में जवाब देना है, विपक्ष इससे क्यों घबरा रहा है?
उन्होंने स्पष्ट किया, मैंने अभी कोई निष्कर्ष नहीं दिया है। कोर्ट के जवाब के बाद फिर बात करूंगा। लोकसभा की यह बहस पूरे दिन की सबसे चर्चित घटना बनी रही, जिसमें चुनाव सुधार, मतदाता सूची और EVM जैसे मुद्दों पर सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने दिखे।
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