I Love Mohammad विवाद पर औवैसी का बड़ा बयान, बोले- 'I Love Modi' सही है तो इस पर...

I Love Mohammad Controversy : IMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश के कानपुर में शुरू हुए 'I Love Mohammad' विवाद पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर पोस्टर निकालना और 'I Love Modi' लिखना कानून के अनुसार सही है, तो पैगंबर मोहम्मद के नाम पर पोस्टर निकालने में आपत्ति क्यों होनी चाहिए।
एक मीडिया चैनल से बातचीत में ओवैसी ने कहा कि अपनी आस्था और श्रद्धा के आधार पर अगर कोई पोस्टर बनाता है जिसमें कोई हिंसा या अपमान नहीं है, तो यह कानून के दायरे में पूरी तरह से वैध है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि लोग प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर पोस्टर निकालते हैं, किसी को कोई आपत्ति नहीं होती। इसी तरह, किसी नेता के नाम पर 'I Love' पोस्टर बनाना किसी प्रकार की नफरत नहीं फैला रहा।
ईमान का हिस्सा है पैगंबर मोहम्मद से प्रेम
ओवैसी ने कहा, “हम मुसलमान हैं और हमारे लिए पैगंबर मोहम्मद से प्रेम करना हमारे ईमान का हिस्सा है। इस प्रेम में हिंसा या नुकसान की कोई बात नहीं है। अगर कोई कह रहा है कि ‘I Love Modi’ सही है, तो उसी तर्क से ‘I Love Mohammad’ भी सही है।”
विवाद की शुरुआत और फैलाव
यह विवाद 4 सितंबर को कानपुर के रावतपुर क्षेत्र से शुरू हुआ, जब बारावफात जुलूस के दौरान ‘I Love Mohammad’ का लाइट बोर्ड लगाया गया। यह बोर्ड पैगंबर मुहम्मद के जन्मोत्सव ईद मिलाद-उन-नबी के मौके पर रखा गया था।
इसके जवाब में उत्तर प्रदेश के कई शहरों में ‘I Love Mahadev’ अभियान भी शुरू हो गया। उत्तराखंड, तेलंगाना और महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों में इस अभियान के समर्थन और विरोध में कई पोस्टर और अभियान चलाए जा रहे हैं।
ओवैसी ने अपने बयान में जोर देकर कहा कि किसी धर्म या आस्था का सम्मान करना हर नागरिक का अधिकार है और इस पर विवाद सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए किया जा रहा है।