Shibu Soren Death : नहीं रहे झारखंड के पूर्व CM शिबू सोरेन, राज्य में 3 दिन का शोक घोषित, PM मोदी ने जताया दुख

Shibu Soren Death : झारखंड की राजनीति की सबसे प्रभावशाली हस्तियों में से एक, शिबू सोरेन अब हमारे बीच नहीं रहे। सोमवार सुबह दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में 8:56 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। वे काफी समय से बीमार चल रहे थे और बीते कुछ हफ्तों से लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थे। किडनी की गंभीर बीमारी और हाल में हुए स्ट्रोक के कारण उनकी हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी।
लंबे समय से चल रहा था इलाज
शिबू सोरेन को करीब डेढ़ महीने पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था। किडनी की समस्या के साथ-साथ उनकी अन्य शारीरिक परेशानियों ने भी उन्हें काफी कमजोर कर दिया था। अस्पताल की ओर से बताया गया कि उनकी हालत पिछले कुछ दिनों से बेहद नाजुक बनी हुई थी।
झारखंड में तीन दिन का राजकीय शोक
उनके निधन की खबर मिलते ही झारखंड राज्य में शोक की लहर दौड़ गई। राज्य सरकार ने तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। इस दौरान सभी सरकारी भवनों पर झंडे झुके रहेंगे और कोई सरकारी समारोह आयोजित नहीं किया जाएगा।
दिशोम गुरु’ का संघर्षपूर्ण जीवन
शिबू सोरेन, जिन्हें आदर से 'दिशोम गुरु' और 'गुरुजी' कहा जाता था, ने अपना पूरा जीवन आदिवासियों के अधिकार और सम्मान की लड़ाई में लगा दिया। वे झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के संस्थापक थे और आदिवासी आंदोलन के मजबूत चेहरे के रूप में पहचाने जाते थे।
उन्होंने 1977 में पहली बार चुनावी राजनीति में कदम रखा। हालांकि शुरुआत में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन 1980 से लेकर कई वर्षों तक वे लोकसभा में सांसद रहे। झारखंड बनने की लड़ाई में भी उनकी भूमिका अहम रही।
तीन बार मुख्यमंत्री और केंद्र में कोयला मंत्री
शिबू सोरेन तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने (2005, 2008, 2009) और उन्होंने केंद्र सरकार में कोयला मंत्री के रूप में भी अपनी सेवाएं दीं। हालांकि वह कभी भी अपना मुख्यमंत्री कार्यकाल पूरा नहीं कर सके, लेकिन उनके फैसले और विचार आज भी झारखंड की राजनीतिक पहचान हैं।
बेटे हेमंत सोरेन का भावुक संदेश
झारखंड के मुख्यमंत्री और शिबू सोरेन के बेटे हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश लिखा-"आदरणीय दिशोम गुरुजी हम सभी को छोड़कर चले गए हैं। आज मैं शून्य हो गया हूं।"