राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोप पर केशव प्रसाद मौर्य का पलटवार, कहा- कांटें की तरह चुभने लगी...

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा मतदाता सूची में गड़बड़ी के आरोपों पर भारतीय जनता पार्टी की ओर से तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। राहुल गांधी ने गुरुवार को कर्नाटक के एक विधानसभा क्षेत्र का हवाला देते हुए दावा किया था कि वोट चोरी का एक संगठित मॉडल तैयार किया गया है, जिसका इस्तेमाल कई सीटों पर बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया।
राहुल के इन आरोपों को लेकर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर जवाब देते हुए कहा कि चुनाव हारती है कांग्रेस और बदनाम किया जाता है देश। इसका बीड़ा उठाया है कांग्रेस को लगातार कई चुनाव हराने वाले पार्टी के अब तक के सबसे 'दिग्भ्रमित' नेता राहुल गांधी ने, जिन संवैधानिक संस्थाओं के ज़रिए उन्होंने दशकों तक देश पर शासन किया अब वही उनको कांटें की तरह चुभने लगी हैं।उनके कार्यों पर लगातार हमला करके अपनी नाकामी छिपाने का नाहक प्रयास कर रहे हैं गांधी जी।
पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा कि कांग्रेस की यही परंपरा रही है कि जब मतपत्र से मतदान होता था, तो बूथ कैप्चरिंग होती थी, फर्जी वोटिंग होती थी. अब जब पारदर्शी तरीके से चुनाव हो रहे हैं, तो वे आपत्ति कर रहे हैं.कांग्रेस हताश है, हार के डर से वे बहाने बनाने का पूर्वाभ्यास कर रहे हैं. मुझे लगता है कि राहुल गांधी का बयान अपरिपक्व है।
राहुल गांधी का आरोप
कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने 7 अगस्त 2025 को दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय इंदिरा भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक बड़ा दावा किया। उन्होंने कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची में गंभीर अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए जानबूझकर धांधली की गई है।
राहुल गांधी ने बताया कि इस ‘चुनावी गड़बड़ी’ को उजागर करने में उनकी टीम को छह महीने का वक्त लगा, और इसका विश्लेषण करने के लिए उन्होंने बेंगलुरु मध्य लोकसभा क्षेत्र के आंकड़ों को खंगाला। उन्होंने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग मतदाता सूचियों को मशीन-रीडेबल फॉर्मेट में इसलिए उपलब्ध नहीं करा रहा है ताकि गड़बड़ियों का खुलासा न हो सके। राहुल का कहना है कि बेंगलुरु मध्य लोकसभा सीट के तहत आने वाले सात विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा छह सीटों पर पीछे रही, लेकिन सिर्फ महादेवपुरा में उसे भारी बढ़त मिली, जो शक को जन्म देता है। उन्होंने आरोप लगाया कि मतदाता सूची में हेरफेर कर वहां वोटिंग पैटर्न को प्रभावित किया गया।