Pahalgam Terror Attack : आतंकी हमले पर भड़के अखिलेश यादव, बोले- राजनीति नहीं, एकता...

Pahalgam Terror Attack : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस हमले के बाद हर तरफ गुस्से का माहौल है और केंद्र सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग उठ रही है। सत्ता पक्ष हो या विपक्ष, सभी ने इस हमले की तीखी निंदा की है और आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देने की बात कही है। इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली में प्रस्तावित सर्वदलीय बैठक में सपा की ओर से वरिष्ठ नेता राम गोपाल यादव हिस्सा लेंगे। उन्होंने बताया कि राम गोपाल पार्टी का रुख मजबूती से सामने रखेंगे।
"कश्मीर पर राजनीति नहीं, एकता होनी चाहिए" - अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने साफ कहा कि आतंकियों की साजिश घाटी में डर और अस्थिरता फैलाने की है, जिसे सफल नहीं होने दिया जा सकता। उन्होंने कहा कि कश्मीर जैसे संवेदनशील मुद्दे को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए, बल्कि सभी दलों को एकजुट होकर आतंक के खिलाफ खड़ा होना चाहिए।
सोशल मीडिया पर नज़र रखने और भड़काऊ कंटेंट पर कार्रवाई की मांग
अखिलेश ने केंद्र सरकार से अपील की कि सोशल मीडिया पर फैल रहे भड़काऊ और उकसाने वाले कंटेंट पर सख़्त निगरानी रखी जाए और जरूरत पड़ी तो तुरंत कार्रवाई हो। उन्होंने कहा कि ऐसी सामग्री समाज में नफरत फैलाने का काम कर रही है।
अग्निवीर योजना को लेकर जताई चिंता
सपा प्रमुख ने अग्निवीर योजना पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि देश का युवा इस योजना को लेकर संतुष्ट नहीं है। उन्हें स्थायी और सुरक्षित नौकरियों की उम्मीद है, जिससे उनका भविष्य सुरक्षित हो सके।
"राष्ट्रीय सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं" - अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा कि देश की सुरक्षा सर्वोपरि है और इसके लिए जितना भी खर्च करना पड़े, सरकार को करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि अब वक्त आ गया है कि केंद्र सरकार पहले से भी ज्यादा सख़्त फैसले ले और यह सुनिश्चित करे कि इनका कड़ाई से पालन भी हो।
सख्ती के साथ संवेदनशीलता भी जरूरी: सपा का रुख
समाजवादी पार्टी ने अपने बयान से यह साफ कर दिया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई के पक्ष में है। साथ ही, वह युवाओं और आम जनता की चिंताओं को भी नजरअंदाज नहीं करना चाहती। पार्टी का मानना है कि राष्ट्रीय सुरक्षा और जन सरोकार—दोनों पर संतुलन जरूरी है।