SIM Swap Fraud : ठगों ने आपको चूना लगाने के लिए निकाला ये नया तरीका! सरकार ने जारी किया अलर्ट

SIM Swap Fraud : भारत सरकार के दूरसंचार विभाग (DoT) ने देशभर के मोबाइल यूजर्स को फर्जी कॉल्स और मैसेज से सतर्क रहने की सलाह दी है। विभाग ने चेतावनी दी है कि साइबर ठग खुद को टेलीकॉम कंपनियों या सरकारी एजेंसियों का कर्मचारी बताकर लोगों से KYC अपडेट या SIM बंद होने की धमकी देकर निजी जानकारी चुरा रहे हैं।
सरकार ने स्पष्ट किया है कि न तो DoT, न TRAI और न ही कोई वैध मोबाइल कंपनी KYC या SIM एक्टिवेशन के लिए कॉल या मैसेज करती है। ऐसे में यदि किसी को इस तरह के कॉल्स या मैसेज मिलें, तो वे पूरी तरह से फर्जी हैं और इन्हें अनदेखा करना ही बेहतर है।
क्या है SIM Swap Fraud?
SIM स्वैप एक खतरनाक साइबर अपराध है, जिसमें जालसाज आपके मोबाइल नंबर से जुड़ी सभी सेवाओं का नियंत्रण अपने हाथ में ले लेते हैं।
वे आपकी पहचान से जुड़ी जानकारी जुटाकर मोबाइल कंपनी से नई SIM निकलवा लेते हैं, जो आपके ही नंबर पर होती है। इसके बाद आपकी असली SIM काम करना बंद कर देती है और सभी OTP, कॉल्स व मैसेज अपराधी के पास पहुंचने लगते हैं। इससे वह आपके बैंक, सोशल मीडिया या अन्य अकाउंट्स को आसानी से एक्सेस कर सकता है।
सरकार ने सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाए?
DoT ने SIM फ्रॉड से बचाव के लिए प्रक्रियाओं को और कड़ा कर दिया है:
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अब बिना बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के कोई भी नई SIM जारी नहीं होगी।
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नई SIM एक्टिवेट होने के पहले 24 घंटे तक उस पर SMS सुविधा बंद रहेगी, जिससे OTP ठगी को रोका जा सके।
खुद को कैसे रखें सुरक्षित?
- फर्जी कॉल या मैसेज का जवाब न दें – खासकर यदि वह SIM बंद करने, KYC अपडेट या लॉटरी जीतने की बात कर रहा हो।
- अपने डॉक्युमेंट्स और पर्सनल जानकारी साझा न करें – चाहे कॉल करने वाला कोई भी दावा करे।
- सोशल मीडिया पर अपनी जानकारी सीमित रखें – सिर्फ विश्वसनीय लोगों तक।
- संदिग्ध लिंक या ईमेल से दूर रहें – ये आपके डिवाइस में मैलवेयर डाल सकते हैं।
- कुछ भी संदेहास्पद लगे तो तुरंत रिपोर्ट करें – cybercrime.gov.in या अपने मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर को सूचित करें।