Sawan 2025 : विश्व का एकमात्र ऐसा शिव मंदिर, जहां रोज 10 मिनट तक महिलाओं को महादेव के दर्शन की होती है मनाहीं

Sawan 2025 : वैसे तो पूरे देश में महादेव के लाखों शिव मंदिर हैं, लेकिन आज सावन के दूसरे सोमवार के पावन अवसर पर हम आपको दुनिया के एकमात्र ऐसे शिवलिंग के बारे में बताने जा रहे है जहां रोज 10 मिनट के लिए महिलाओं को बाबा के दर्शन की अनुमति नहीं होती है। अब आप सोच रहें होंगे कि भला ऐसा क्यों है, इसके पीछे क्या कारण होगा। तो आइए बताते है इसके पीछे की कहानी और इस मंदिर से जुड़ी कई रोचक बातें।
जानें कहां स्थित है यह मंदिर
दरअसल, हम जिस मदिंर की बात कर रहें है, वो उज्जैन स्थित बाबा महाकालेश्वर (Mahakal Temple Ujjain) का मंदिर है, यह शिवलिंग 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। ये दुनिया का एकमात्र ऐसा शिवलिंग हैं, जो दक्षिणमुखी हैं, अर्थात इनकी मुख दक्षिण की ओर है। धर्म शास्त्रों के अनुसार दक्षिण दिशा के स्वामी स्वयं भगवान यमराज हैं। इसलिए यह भी मान्यता है कि जो भी सच्चे मन से भगवान महाकालेश्वर के दर्शन व पूजन करता है उसे मरने के बाद यमराज द्वारा दी जाने वाली यातनाओं से मुक्ति मिल जाती है।
बाबा के दर्शन से मिलती है अकाल मृत्यु से मुक्ति
कहा जाता है भस्म आरती में बाबा के दर्शन मात्र से अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति मिल जाती है, इसी कारण देशभर के लाखों शिवभक्त साल भर भगवान महाकाल की भस्म आरती के दर्शन करने के लिए यहां पहुंचते हैं। लेकिन जब महाकाल को भस्म से स्नान कराया जाता है, तो उस समय महिलाओं को घूंघट निकालने को कहा जाता है, क्योंकि इस दौरान उन्हें बाबा के दर्शन करने की अनुमति नहीं होती है। इसके लिए बकायदा पंडित और पुरोहित रोज नंदीहाल से उद्घोष करते हैं।