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भाजपा ने पूर्वांचल में घोषित किए नौ जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष, जातिगत संतुलन पर विशेष ध्यान

भाजपा ने पूर्वांचल में घोषित किए नौ जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष, जातिगत संतुलन पर विशेष ध्यान

भाजपा ने पूर्वांचल के नौ जिलाध्यक्षों और वाराणसी के महानगर अध्यक्ष के नामों की घोषणा कर दी है। इस सूची में जातिगत संतुलन का विशेष ध्यान रखा गया है। घोषित पदाधिकारियों में चार ओबीसी, दो क्षत्रिय, दो ब्राह्मण और एक भूमिहार समाज से आते हैं। हालांकि, इस बार भी किसी महिला को प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया है।

वाराणसी, जौनपुर, चंदौली और मिर्जापुर के नामों पर अभी चर्चा जारी

हालांकि, वाराणसी, जौनपुर, चंदौली और मिर्जापुर के जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा फिलहाल नहीं की गई है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, इन जिलों के नामों को लेकर शीर्ष नेतृत्व के साथ एक और दौर की चर्चा होगी, जिसके बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

2027 के चुनाव को ध्यान में रखते हुए संगठन को किया जा रहा मजबूत

भाजपा ने 2027 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए संगठन की रणनीति तैयार करनी शुरू कर दी है। पहले मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति हुई, और अब जिलाध्यक्षों व महानगर अध्यक्षों की घोषणा की गई है। इस प्रक्रिया में जातिगत और सामाजिक समीकरणों का विशेष ध्यान रखा गया है ताकि पार्टी को अधिक से अधिक जनसमर्थन मिल सके।

पीडीए की काट के रूप में देखा जा रहा जातिगत संतुलन

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा की यह घोषणा मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) समीकरण की काट के रूप में देखी जा रही है। सपा ने पीडीए की रणनीति को आगे बढ़ाते हुए इन वर्गों को अपने पक्ष में लाने की कोशिश की है। भाजपा ने भी जातिगत संतुलन साधते हुए नौ जिलाध्यक्षों और महानगर अध्यक्षों में चार पिछड़े (ओबीसी), दो क्षत्रिय, दो ब्राह्मण और एक भूमिहार को स्थान दिया है।

महत्वपूर्ण क्षेत्रों में जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा लंबित

गौरतलब है कि जिन चार जिलों में जिलाध्यक्षों की घोषणा नहीं हुई है, उनमें वाराणसी शामिल है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है। इसके अलावा, पूर्व केंद्रीय मंत्री और संगठन के चुनाव प्रभारी महेंद्रनाथ पांडेय के संसदीय क्षेत्र चंदौली में भी अभी नाम तय नहीं हुआ है। इसी तरह, केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के संसदीय क्षेत्र मिर्जापुर और जौनपुर में भी जिलाध्यक्षों की घोषणा नहीं हो सकी है।

पार्टी सूत्रों के अनुसार, वाराणसी में भाजपा कोई बड़ा सियासी संदेश देने की तैयारी में है। इन चार जिलों के लिए पार्टी नेतृत्व से एक और दौर की चर्चा के बाद नामों की घोषणा होगी।