कांग्रेस नेता अभिषेक मिश्रा नजरबंद, सरकार पर लोकतंत्र कुचलने का आरोप

लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस द्वारा विधानसभा घेराव के आह्वान के बाद पुलिस ने कार्यकर्ताओं और नेताओं पर कार्रवाई तेज कर दी। कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया, जबकि वरिष्ठ नेताओं को घरों से बाहर निकलने से रोकने के आदेश दिए गए।
अभिषेक मिश्रा को आधी रात से नजरबंद किया गया
किसान कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अभिषेक मिश्रा को पुलिस ने मंगलवार रात उनके धौरइल स्थित आवास पर नजरबंद कर दिया। पुलिस ने रात 12 बजे उनके घर पहुंचकर उन्हें बाहर जाने से रोक दिया। मिश्रा को विधानसभा घेराव में शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई।
सरकार पर लगाया लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन का आरोप
अभिषेक मिश्रा ने इस कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा, "हम किसानों की समस्याओं को विधानसभा में उठाने जा रहे थे, लेकिन योगी सरकार ने इस तरह की कार्रवाई कर लोकतंत्र की हत्या कर दी है। यह सरकार जनता की आवाज को दबाने का काम कर रही है।"
विरोध प्रदर्शन पर लगाई गई रोक
इस घटनाक्रम ने राज्य में लोकतांत्रिक विरोध प्रदर्शनों पर नियंत्रण और अधिकारों के दमन को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। कांग्रेस नेताओं ने इसे सरकार की अलोकतांत्रिक नीति करार दिया और कहा कि वे किसानों और जनता के मुद्दों को उठाने से पीछे नहीं हटेंगे।
पुलिस प्रशासन का रुख सख्त
पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा और शांति व्यवस्था का हवाला देते हुए यह कार्रवाई की है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह लोकतांत्रिक अधिकारों का उल्लंघन है और इसका कड़ा जवाब दिया जाएगा।
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