प्रयागराज की सड़कों पर दिखा जनाक्रोश, बांग्लादेश में हिंदुओं पर हिंसा के विरोध में उतरे सैकड़ों लोग

प्रयागराज। बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रही कथित हिंसा और अत्याचार के विरोध में शनिवार को प्रयागराज की सड़कों पर जोरदार जनाक्रोश देखने को मिला। विश्व हिंदू रक्षा परिषद के राष्ट्रीय महासचिव पंकज प्रधान के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं, अधिवक्ताओं और स्थानीय नागरिकों ने पदयात्रा निकालकर केंद्र सरकार से ठोस और प्रभावी कार्रवाई की मांग की।

यह जनाक्रोश पदयात्रा थाना फाफामऊ क्षेत्र के लेबर चौराहे से शुरू होकर शांतिपुर चौराहे पर शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई। हाथों में बैनर और तख्तियां लिए प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाने की मांग की। प्रदर्शन के दौरान जोरदार नारेबाजी भी की गई।
इसके बाद थाना नवाबगंज क्षेत्र के पुलिस बूथ लाल गोपालगंज से हनुमान मंदिर चौराहा तक भी सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पैदल मार्च निकाला। इस दौरान माहौल पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा, लेकिन लोगों के आक्रोश और चिंता साफ झलक रही थी।

इस अवसर पर पंकज प्रधान ने कहा कि बांग्लादेश में मौजूदा हालात बेहद चिंताजनक हैं और वहां हिंदू समुदाय के अस्तित्व पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि हिंदुओं को सुनियोजित तरीके से निशाना बनाया जा रहा है और हिंसा की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
उन्होंने कहा, “बांग्लादेश में हिंदुओं की आबादी पहले ही घटती जा रही है। वहां हो रही घटनाओं पर अब चुप रहना संभव नहीं है।”
पंकज प्रधान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार से मांग की कि वह बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाए और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार का मुद्दा मजबूती से उठाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि केवल बयानबाजी से काम नहीं चलेगा, बल्कि ठोस और प्रभावी कार्रवाई की जरूरत है।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बांग्लादेश की सरकार हिंसा की घटनाओं पर मूकदर्शक बनी हुई है और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। ऐसे में भारत जैसे लोकतांत्रिक देश की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है।
पदयात्रा में शामिल अधिवक्ताओं और कार्यकर्ताओं ने कहा कि यह मामला सिर्फ एक समुदाय का नहीं, बल्कि मानवाधिकारों और धार्मिक स्वतंत्रता से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि देश के करोड़ों लोगों के मन में इस विषय को लेकर गहरा आक्रोश है और सरकार को जनभावनाओं का सम्मान करते हुए कार्रवाई करनी चाहिए।
कार्यक्रम के अंत में सभी ने संकल्प लिया कि जब तक बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार बंद नहीं होते, तब तक लोकतांत्रिक और संवैधानिक तरीके से आवाज उठाई जाती रहेगी।
इस दौरान श्रृंगवेरपुर पीठाधीश्वर श्रीमद जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी नारायणाचार्य शांडिल्य जी महाराज सहित संगठन के कई पदाधिकारी और सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
.webp)
