1. Home
  2. यूपी

सात साल का प्यार, आठ महीने की जुदाई, घायल प्रेमी से मिलने पहुंची प्रेमिका ने फिल्मी अंदाज में की शादी

mirzapur

Mirzapur News : कहते हैं कि सच्चा प्यार किसी भी हालात में जुदा नहीं होता। चाहे कितनी भी बाधाएं आएं, अगर प्रेम सच्चा हो तो कोई ताकत दो दिलों को अलग नहीं कर सकती। फिल्मों में तो आपने कई बार देखा होगा कि प्रेमी-प्रेमिका हर मुश्किल को पार कर शादी कर लेते हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में एक ऐसी प्रेम कहानी सामने आई है जो हकीकत में किसी फिल्मी सीन से कम नहीं।

अस्पताल में कई महीनों से भर्ती अपने प्रेमी से मिलने पहुंची प्रेमिका ने वहीं शादी कर ली। उसने कहा, "आपके बिना मैं नहीं रह सकती।" इस अनोखी शादी का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

सात साल का प्यार, आठ महीने की जुदाई और अस्पताल में शादी

मिर्जापुर के जिगना क्षेत्र के गोगांव निवासी शिवराज सिंह और लालगंज की पुष्पांजलि सिंह पिछले सात सालों से एक-दूसरे को प्रेम करते थे। दोनों की पहली मुलाकात प्रेमिका की बहन के घर पर हुई थी, जिसके बाद नजदीकियां बढ़ गईं और प्यार परवान चढ़ने लगा।

...

इसी बीच शिवराज सिंह एक सड़क हादसे का शिकार हो गए और बीते आठ महीनों से उनका इलाज ट्रॉमा सेंटर में चल रहा था। प्रेमिका पुष्पांजलि उनसे मिलने अक्सर अस्पताल जाती थी, लेकिन इस बार वह बिना घरवालों को बताए सीधा अस्पताल पहुंची और वहीं शादी कर ली।

जब परिवार को इस बात की जानकारी मिली, तो वे भी अस्पताल पहुंचे। हालांकि, प्रेमिका के अडिग फैसले को देखते हुए उन्होंने कोई विरोध नहीं किया और वापस लौट गए।

"अब मैं इनकी पत्नी हूं, अलग नहीं हो सकती"

पुष्पांजलि सिंह ने बताया, "हम दोनों सात सालों से एक-दूसरे को जानते थे, लेकिन ढाई साल पहले दोबारा मुलाकात होने के बाद हमारा प्यार और गहरा हो गया। इसी बीच शिवराज का एक्सीडेंट हो गया, जिसके बाद मैं अस्पताल पहुंची और उनकी मांग में सिंदूर भरकर शादी कर ली। अब मैं उनकी पत्नी हूं और हर परिस्थिति में उनके साथ रहूंगी।"

"मरते दम तक साथ रहेंगे"

वहीं, शिवराज सिंह ने कहा, "हम दोनों एक-दूसरे से बेहद प्यार करते हैं। ढाई साल से हमारा रिश्ता और मजबूत हो गया था, लेकिन फिर मेरा एक्सीडेंट हो गया। मैं पिछले 8 महीनों से अस्पताल में भर्ती हूं। मेरी प्रेमिका ने आकर कहा कि वह मेरे बिना नहीं रह सकती और फिर हमने शादी कर ली। अब हम मरते दम तक एक-दूसरे का साथ नहीं छोड़ेंगे।"