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Shamli Encounter: एक लाख के इनामी समेत चार बदमाशों को ढेर करने वाले STF इंस्पेक्टर की इलाज के दौरान मौत, पेट में लगी थी थी तीन गोलियां

Shamli Encounter: एक लाख के इनामी समेत चार बदमाशों को ढेर करने वाले STF इंस्पेक्टर की इलाज के दौरान मौत, पेट में लगी थी थी तीन गोलियां

Shamli Encounter : एसटीएफ के बहादुर इंस्पेक्टर सुनील कुमार (Inspector Sunil Kumar) की गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। वह सोमवार रात यूपी के शामली जिले में बदमाशों से हुई मुठभेड़ में घायल हो गए थे। चिकित्सकों ने उनके पेट से एक गोली निकाली थी, लेकिन उनकी हालत गंभीर बनी रही। एसपी शामली रामसेवक गौतम ने बताया कि मौत की सूचना के बाद एक टीम को गुरुग्राम भेजा गया है।

शामली में हुई मुठभेड़, चार बदमाशों को मार गिराया

सोमवार रात शामली जिले के उदपुर गांव में एसटीएफ और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें चार बदमाश मारे गए। यह मुठभेड़ काला और कग्गा गैंग के सदस्यों से हुई थी, जो पुलिस के खिलाफ फायरिंग कर रहे थे। दोनों ओर से करीब 40 राउंड गोलियां चलीं। मुठभेड़ के बाद घटनास्थल को सील कर दिया गया और पुलिस ने वहां से हथियार, कारबाइन और कार भी जब्त की।

STF की तैयारी और पुलिस की सफलता

एसटीएफ मेरठ यूनिट के इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार ने बताया कि सोमवार सुबह 11 बजे उन्हें मुखबिर से जानकारी मिली थी कि 1 लाख के इनामी बदमाश अरशद और उसके साथी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए आ रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने उदपुर गांव में अपने दल को तैनात कर दिया था। रात तक पुलिस को सफलता मिली और मुठभेड़ में चार बदमाश मारे गए। पुलिस टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर डीआईजी अजय साहनी की अगुवाई में हौसला बढ़ाया।

एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार का योगदान

एसपी ने बताया कि इंस्पेक्टर सुनील कुमार ने इस मुठभेड़ में अपनी एके-47 से गोलियां चलाईं। उनके साथ टीम के अन्य सदस्य प्रमोद कुमार, जयवीर सिंह, प्रीतम सिंह, विवेक, जोशी राणा और अन्य ने भी फायरिंग की, जिसके परिणामस्वरूप चार बदमाशों को मार गिराया गया।

ददुआ और ठोकिया जैसे खूंखार अपराधियों के एनकाउंटर में शामिल रहें

इंस्पेक्टर सुनील कुमार की पहचान एक साहसी अधिकारी के रूप में हुई, जिन्होंने एसटीएफ में अपनी सेवाओं के दौरान कई खतरनाक एनकाउंटरों में भाग लिया। वह ददुआ और ठोकिया जैसे खूंखार अपराधियों के एनकाउंटर में शामिल रहे थे। इसके अलावा, उन्होंने अनिल दुजाना, आदेश और धीरज जैसे अपराधियों को भी मार गिराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

एसटीएफ के संघर्षों में सुनील कुमार का योगदान

सुनील कुमार का पुलिस सेवा में 25 वर्षों का अनुभव था और वह मसूरी गांव (मेरठ) के निवासी थे। आर्म्स फोर्स और पीएसी में अपनी सेवाएं देने के बाद वह एसटीएफ में शामिल हुए थे, जहां उन्होंने कई महत्वपूर्ण मुठभेड़ों में योगदान दिया। उनकी वीरता और पेशेवर तरीके से काम करने की क्षमता ने उन्हें एक अनुभवी और सम्मानित अधिकारी बना दिया।

उनकी मौत से एसटीएफ और पुलिस विभाग में शोक की लहर है, लेकिन उनकी वीरता और योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।