सीतापुर के लोगों ने पेश की नजीर: रजामंदी से हटाई गई 150 साल पुरानी मस्जिद और 125 साल पुराना मंदिर, जानें पूरा मामला

सीतापुर: यूपी के सीतापुर जिले में प्रशासन ने विकास कार्यों के लिए सांप्रदायिक सौहार्द और आपसी सहमति का एक उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया है। सिधौली कस्बे से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर ओवरब्रिज निर्माण के लिए 150 साल पुरानी मस्जिद और 125 साल पुराने हनुमान मंदिर को शुक्रवार की रात गिरा दिया गया। यह दोनों धार्मिक स्थल पुल की सर्विस लेन की जद में आ रहे थे, जिस कारण इन्हें हटाया गया।
दोनों पक्षों की सहमति से गिराया गया मस्जिद और मंदिर
मस्जिद कमेटी के सदस्य मोहम्मद जाकिर ने बताया कि मस्जिद का निर्माण 1315 हिजरी (करीब 150 साल पहले) में राजा महमूदाबाद द्वारा कराया गया था। 1899 में इसका जीर्णोद्धार भी हुआ था। उन्होंने कहा कि मस्जिद के स्थानांतरण को लेकर कोई विवाद नहीं हुआ और शासन से 40 लाख रुपये का मुआवजा भी मिला है। नई मस्जिद के निर्माण के लिए मदरसे की जमीन पर अनुमति मिल गई है और जल्द ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
हनुमान मंदिर के मामले में भी प्रशासन ने दोनों पक्षों से संवाद स्थापित किया। मंदिर को उसी स्थान से कुछ दूरी पर हटाकर पुनः निर्माण कराया जा रहा है।
सांप्रदायिक सौहार्द और विकास का संदेश
सीतापुर के एएसपी डॉ. प्रवीण रंजन सिंह ने बताया कि यह कार्रवाई दोनों पक्षों की रजामंदी से की गई है। ओवरब्रिज निर्माण में अब कोई बाधा नहीं है और निर्माण कार्य तेजी से जारी है।
इंस्पेक्टर बलवंत शाही ने भी बताया कि मस्जिद और मंदिर को हटाने से पहले दोनों पक्षों के साथ आपसी समझौते के आधार पर ही यह कदम उठाया गया।
स्थानीय लोगों का सकारात्मक सहयोग
मस्जिद और मंदिर के हटाने के दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी मौजूद रहे। दोनों धार्मिक स्थलों को गिराने की प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई। यह कार्रवाई सांप्रदायिक सौहार्द का उदाहरण बन गई है, जिससे विकास कार्यों को भी गति मिली है।
सीतापुर में विकास कार्यों के साथ-साथ सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश कर प्रशासन ने एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है कि संवाद और सहमति से हर समस्या का समाधान संभव है।
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