UP में मौसम ने फिर ली करवट: अगले 48 घंटे में आंधी, बारिश और ओलावृष्टि की संभावना, IMD का जिलों में ऑरेंज अलर्ट

UP Weather Update : उत्तर प्रदेश में एक बार फिर मौसम का मिजाज बदलने वाला है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के अनुसार, शुक्रवार से अगले 48 घंटे तक प्रदेश के कई जिलों में मौसम में अस्थिरता बनी रहेगी। इस दौरान गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी, तेज हवाएं और ओलावृष्टि होने की संभावना जताई गई है। प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों के करीब 50 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है, जिससे मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। तेज हवाएं 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं। कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश और ओले गिरने की संभावना है।
लखनऊ में तेज हवाओं और ओले गिरने की चेतावनी
राजधानी लखनऊ में शुक्रवार से मौसम का रुख बदला नजर आया। सुबह हल्की धूप खिलने के बाद दिन में गर्माहट महसूस की गई, लेकिन मौसम विभाग ने शाम तक बूंदाबांदी और तेज हवाओं के साथ ओले गिरने की संभावना जताई है। गुरुवार को हुई बारिश से तापमान में 12.5 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई थी, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली थी। शुक्रवार को अधिकतम तापमान में 7 डिग्री की बढ़ोतरी के साथ यह 32.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री की गिरावट के साथ 19 डिग्री रहा।
फसलों को नहीं हुआ नुकसान, राहत विभाग सतर्क
बीते बुधवार और गुरुवार को हुई बारिश और हवाओं के बावजूद प्रदेश की फसलों को कोई खास नुकसान नहीं पहुंचा है। राहत विभाग को प्रदेश के 75 जिलों के डीएम कार्यालयों से मौखिक रूप से यह जानकारी प्राप्त हुई है। हालांकि, राहत विभाग ने सभी जिलाधिकारियों से लिखित रिपोर्ट भेजने को कहा है।
लखनऊ जिला प्रशासन के मुताबिक, बारिश और हवाओं की वजह से गेहूं की कटाई जरूर प्रभावित हुई है, लेकिन फसल को कोई खास नुकसान नहीं हुआ। अन्य जिलों से भी इसी तरह की रिपोर्ट सामने आई है। सरकार की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि यदि किसी क्षेत्र में फसलों को 33 प्रतिशत या उससे अधिक नुकसान होता है, तो किसानों को मुआवजा देने का प्रावधान है। मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार, राहत विभाग ने सभी जिलों से मौका मुआयना कर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
उत्तर प्रदेश में मौसम का यह उतार-चढ़ाव कुछ समय तक बना रह सकता है। किसानों और आम नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम विभाग की चेतावनियों पर ध्यान दें और सतर्क रहें। प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
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